लोहड़ी
लोहड़ी
पौष मास की रात में
मकर संक्रान्ति से पूर्व
लोहड़ी त्योहार की
सकल मची है धूम
आग जला घेरा बना
नर नारी मिल पूजे
रेवड़ी मूंगफली लावा
सबका बनाए धूप
नाच रहे मिल संगी साथी
घूम घूम चहूं ओर
खुशियाँ बाँट रहे सब देखो
बाँध दूजे संग डोर
