लिखना तुम
लिखना तुम
एक रोज
एक पैगाम लिखना तुम
वह पैगाम
मेरे नाम लिखना तुम
ख्याल, जज़्बात
एहसास तुम अपने
एक दिन
तुम मेरे नाम लिखना
लिखना तुम
वह बातें
जो तुम्हें कहना
शायद जिन्हे तुमने
उचित न समझा कहना
कुछ उन
लम्हों को लिखना
जब मैं और
तुम रूबरू हुए
लिखना तुम
खामोशी अपनी
अल्फाजों में
आरजू तुम लिखना
लिखना तुम
ये अजीज़ तुम अपनी
कहानी
अपने ख्याल लिखना
लिखना तुम
अगर मुमकिन हो तो
मेरे सवालों के
जवाब तुम लिखना

