कुत्तों का आतंकवाद
कुत्तों का आतंकवाद
दिल का दौरा, पड़ ही गया
राहों में जो फिर, तू मिल गया,
मुश्किल से मैं, भागा था हाँ
काट गया तू, फ़िर एक दफ़ा!
खून निकला है इस क़दर
दिमाग़ है गरम आँख है नम
चौदह से न लगेगा इंजेक्शन एक भी कम
तुझसे कितना तेज भागें और हम?
अबके तुझे काट खाएँगे हम
कब तक इंजेक्शन ठुकवायें और हम!