कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
झूमें घूमें साथ में,करें परस्पर प्यार।
करवा चौथ मनाइए,सुखी रहे संसार।
सुखी रहे संसार,उम्र लंबी हो पति की।
रिश्ता बने अटूट,पराकाष्ठा हो रति की।
बनें शीत की धूप,एक दूजे को चूमें।
रहे मुसीबत दूर, साथ खुशियों के झूमें।।
झूमें घूमें साथ में,करें परस्पर प्यार।
करवा चौथ मनाइए,सुखी रहे संसार।
सुखी रहे संसार,उम्र लंबी हो पति की।
रिश्ता बने अटूट,पराकाष्ठा हो रति की।
बनें शीत की धूप,एक दूजे को चूमें।
रहे मुसीबत दूर, साथ खुशियों के झूमें।।