J P Raghuwanshi
Inspirational
हाथ पै हाथ धरै मत बैठो,
कुछ काम करो।
बहुत पीछे रह जाओगे,
कुछ तो इंतजाम करो।
जहां, हो जैसे भी हो,
जुट जाओ।
अपना सोया हुआ,
भाग्य जगाओ।
अभी समय है,
मौका मत गंवाओ।
मान, मर्यादा, बड़प्पन की,
दौलत कमाओ।।
"शीतकाल"
"सुख-दुख"
"सीख"
"बदलाव"
सफलता
"विविधता"
"धन"
जिन्दगी
सच्चा सुख
"नारी"
उस युग से इस युग में भी सीता की अग्निपरीक्षा निरंतर चल रही है ! उस युग से इस युग में भी सीता की अग्निपरीक्षा निरंतर चल रही है !
कुछ नया ढूंढने की तलाश हर रोज करते हैं, यही सोच कर परिंदे घर से निकलते हैं। कुछ नया ढूंढने की तलाश हर रोज करते हैं, यही सोच कर परिंदे घर से नि...
रण बीच वह तेजस्वी राणाप्रताप हर- हर महादेव कहता जाता l रण बीच वह तेजस्वी राणाप्रताप हर- हर महादेव कहता जाता l
धारणा मन जब हृदय समा गया, मस्तक मध्य कमान। धारित हो तब धारणा, बनता ध्यान विधान। धारणा मन जब हृदय समा गया, मस्तक मध्य कमान। धारित हो तब धारणा, बनता ध्यान व...
दिखा ज़िंदादिली ख़ुशियों भरी सुबह फिर मुस्कराएगी। दिखा ज़िंदादिली ख़ुशियों भरी सुबह फिर मुस्कराएगी।
क्या पाऊंगा मैं क्या दिल खोएगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। क्या पाऊंगा मैं क्या दिल खोएगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
पता नहीं लोग इतने मगरूर क्यों है, अपने ही अहम में चूर क्यों है। पता नहीं लोग इतने मगरूर क्यों है, अपने ही अहम में चूर क्यों है।
तो भी क्या हुआ अगर मैं अब वो नहीं जो थी, मैं आज भी खुद से उतना ही प्यार करूंगी। तो भी क्या हुआ अगर मैं अब वो नहीं जो थी, मैं आज भी खुद से उतना ही प्यार करूंग...
मैं तो हूँ फूल की पंखुड़ी, सुगंध अपनी छोड़ नहीं सकता। मैं तो हूँ फूल की पंखुड़ी, सुगंध अपनी छोड़ नहीं सकता।
नफरत को दे त्याग, प्यार से सबको बोलो। नफरत को दे त्याग, प्यार से सबको बोलो।
सुन्दर दिखता वो गुलाब अपने साथ लिए कितने कांटे होता है। सुन्दर दिखता वो गुलाब अपने साथ लिए कितने कांटे होता है।
पंछी निराले रंगीले, उड़ चले हवा में पंख फैलाकर। पंछी निराले रंगीले, उड़ चले हवा में पंख फैलाकर।
जीवन का अंतिम सत्य यही है, कफ़न होना है हर किसी को एक दिन ताबूत में दफ़न होना है। जीवन का अंतिम सत्य यही है, कफ़न होना है हर किसी को एक दिन ताबूत में दफ़न होना...
हो जाए चाहे कितना अन्धकार रोशनी की एक किरण तो ज़रूर दिखेगी। हो जाए चाहे कितना अन्धकार रोशनी की एक किरण तो ज़रूर दिखेगी।
तुम अनुलोम विलोम करो। प्यारे बच्चों तुम योग करो। तुम अनुलोम विलोम करो। प्यारे बच्चों तुम योग करो।
ज़िंदगी की रफ्तार अब थम गई हालात काबू में आए अब ये इंतजार है ज़िंदगी की रफ्तार अब थम गई हालात काबू में आए अब ये इंतजार है
हो रहा है अगर कुछ गलत सामाज में तो उनदेखा ना करें! हो रहा है अगर कुछ गलत सामाज में तो उनदेखा ना करें!
वो कहने से नही डरे तो मैं सच लिखने से क्यों डरूँ ? वो कहने से नही डरे तो मैं सच लिखने से क्यों डरूँ ?
दूसरों के लिए भी उगा जीवन सफल होगा कृत -कृत होगी तेरी धरती माँ ... I दूसरों के लिए भी उगा जीवन सफल होगा कृत -कृत होगी तेरी धरती माँ ... I
एक चरमराये जुड़े हुए दरवाजे को जोर से धकेलकर खोलते हैं। एक चरमराये जुड़े हुए दरवाजे को जोर से धकेलकर खोलते हैं।