कोई ना दवा देगा.
कोई ना दवा देगा.
जानता था कोई ना दवा देगा.
दिखाऊँगा जख्म दुखा देगा.
जानबूझकर दे दिया पता घर का.
मालूम था एक दिन जरूर दगा देगा.
लुटा दी दौलत ए वफा उस पर.
कि एक दिन नाम बेवफा देगा.
जलाए थे भरोसे से रोशनी को चिराग.
पता था बहकी हवा तो घर जला देगा.
कर लिया मैंने भी एतबार शौक से.
पता था एक दिन जी भर के रुला देगा.
मैंने भी ले लिया रिस्क जिंदगी से.
हर बुरा इंसान अच्छा सिखा देगा.