खाकी का खौफ
खाकी का खौफ
मुद्दतों की रहमतों पर एक
सरफरोश की तमन्ना बाकी है
बाकी कुछ अब नहीं
बरकतों की स्याह में खुद को
नीलाम करती खाकी है।
मुद्दतों की रहमतों पर एक
सरफरोश की तमन्ना बाकी है
बाकी कुछ अब नहीं
बरकतों की स्याह में खुद को
नीलाम करती खाकी है।