कभी तन्हा नहीं छोड़ता
कभी तन्हा नहीं छोड़ता
किसी का दर्द न कभी
कहने से कम होता है
न सुनने से कम होता है
जिसका दर्द है उसे ही
महसूस होता है
उसे ही इसका
एहसाह होता है
उसकी पीड़ा से उसे ही
गुजरना होता है
जिसका दर्द होता है
दर्द हमेशा साथ निभाता है
कभी तन्हा नहीं छोड़ता
हर पल महसूस होता है।
