Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

कीर्ति जायसवाल

Inspirational

5.0  

कीर्ति जायसवाल

Inspirational

कौन बड़ी यह बात है

कौन बड़ी यह बात है

2 mins
569


करते जघन्य अपराध

कहते कौन बड़ी यह बात है।

 

लड़का हुआ फायदा होगा

लड़की हुई हमें क्या फायदा!

भ्रूण हत्या हमने करा दी

कौन बुरी यह बात है


करते जघन्य अपराध

कहते "कौन बड़ी यह बात है।


दहेज लिया था तीस लाख

जब बेटे की शादी होनी थी।

दहेज दिया था बीस लाख जब

बेटी की शादी होनी थी ।


सब देते है, सब लेते है

कौन बड़ी यह बात है

वह देते है तब लेते है

कौन बुरी यह बात है।


करते जघन्य अपराध

कहते कौन बड़ी यह बात है।


घूंस ले लिया, नकल कराया

शिक्षा को व्यवसाय बनाया।

बच्चों के फ्यूचर से क्या लेना

हमें पैसों से प्यार है।


करते जघन्य अपराध

कहते "कौन बड़ी यह बात है।


काला धन दे काम करा लूं

चलो खरीद उन्हें लेते है

यह ओछी ही सोच तेरी

भ्रष्टाचारी पैदा कर जाती।


वह बिकते है तब खरीदते

कौन बुरी यह बात है।


करते जघन्य अपराध

कहते "कौन बड़ी यह बात है"।


व्यवसाय था अच्छा-खासा

पैसा भी बढ़िया आता था

घूंस लिया तब काम किया फिर

कौन बड़ी यह बात है।

करते जघन्य अपराध

कहते कौन बड़ी यह बात है।

 

अन्याय का विरोध न करते

उसको तुम मजबूरी कहते   


हरिश्चंद्र राजा न कहते

साधारण इंसान है।

हनुमान तेरे भीतर शक्ति

याद करो उस शक्ति को

तोड़ दो उन जंजीरों को

जो तुम्हें बांधने आती है।


ये बातें तो किताबी ही है

बस कोरी ही बातें है

कह मत ऐसा कर्म करो तुम

बड़ी गहरी यह बात है।


झूठ को हमने झूठ कहा

और प्रश्न खड़े भी कर डाले।

पापी-दल भी समझ गया

यह विद्रोह की आग है।


आग में इस जल जाऊँगा।

यह आग नहीं ठंडी होगी।


पांव हटाए तब उसने

और सीधे आया मार्ग वह।


मत सोचो "कोई क्या सोचेगा!"

सत्य का बस दामन थामो। 


तोड़ दो उन जंजीरों को

जो तुम्हें बाँधने आती है।


शुरुआत तो कभी ना कभी

किसी चीज की होती है।

सब चुप है पर तुम बोलो

साधारण कोई इंसान नहीं।


सत्य ही ईश्वर सत्य ही भीतर

याद करो उस शक्ति को।


तोड़ दो उन जंजीरों को

जो तुम्हें बाँधने आती है।



Rate this content
Log in