कैसे कैसे होते हैं वे लोग
कैसे कैसे होते हैं वे लोग
यादों के समंदर में क्यों डूब जाते हैं लोग
इस समंदर में डूब कर ना जाने क्या पाते हैं लोग।
कितनो से दोस्ती करके क्या जताते हैं लोग
सारी वफाएँ भूलकर, बेवफा बन जाते हैं।
लोग हकीकत को छोड़कर,
सपनो में खो जाते हैं लोग।
सारे रिश्ते भुला कर अजनबी बन जाते हैं लोग
हमारे करीब आकर फिर दूर क्यों जाते हैं लोग
दिल में दर्द छुपाकर, जाने कैसे मुस्कराते हैं लोग।
किसी से वादा कर जाने क्यों मुकर जाते हैं लोग
जीना है इस जहां में पर जी नहीं पाते हैं लोग
जाने कैसे कैसे होते हैं वे लोग।