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मधुशिल्पी Shilpi Saxena

Inspirational

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मधुशिल्पी Shilpi Saxena

Inspirational

जय !

जय !

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अपनी जय और पराजय

पर मत कर विचार तू !


अभी तो मीलों दूर है मंज़िल

अभी से मत विचलित हो तू !


गाम-गाम से तय कर दूरी

मंज़िल करीब आने दे !


जय पराजय का हिसाब

तू दुनिया को ही लगाने दे !


कोशिश करता चल मतवाले

हौसलों को कर बुलंद !


निश्चित जय तेरी ही होगी

इरादों में रख तू इतना दम !


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