जय भारत
जय भारत
वैसे तो हमारे सभी तीर्थ पूज्य वंदनीय
किन्तु कोई दूसरा न तीर्थ है प्रभास सा
वैसे तो विधाता ने बनाये सभी मास किन्तु
दूसरा न वैभव है कोई मधुमास सा
वैसे तो सराहनीय सबके प्रयास किन्तु
दूजा न प्रयास कोई शाँति के प्रयास सा
वैसे तो हजारों इस देश में है नेता किन्तु
दूजा नेता यहाँ कोई हुआ न सुभाष सा