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ritesh deo

Abstract

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ritesh deo

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जन्म देने वाली का

जन्म देने वाली का

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मां का जन्म

जब एक बच्चा जन्म लेता है

तभी एक मां का भी जन्म होता है

वो भी नवजात सी डरी होती है

सहमी सी खड़ी होती है


कैसे उसे सीने से लगाएं

कैसे स्तन पान कराएं

कैसे उसे नहलाएं 

कैसे उसे सुलाएं????


पेट उसका भर तो गया

कहीं ज्यादा तो नहीं पी लिया

इतना क्यों सो रहा

इतनी देर से क्यों रो रहा?????


कितनी डरी सहमी सी होती है

आखिर मां भी अभी जन्मी होती है

उसका सब कुछ बदल जाता

पर उसे कोई समझ ना पाता


कितना कुछ बदलता है

शरीर और दिमाग दोनों ही हिलता हैं

दिन रात का ज्ञान नहीं होता

बच्चे के अलावा ध्यान नहीं होता


इंजीनियर, डॉक्टर बनने में

सालो लग जाते हैं

और फिर इंटर्नशिप भी कराते हैं

मां को भी थोड़ा सा तो वक्त दे दो

उसको भी मिलकर सब सहयोग दे दो


एक मां की पुकार....



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