ज़माना
ज़माना
मेरी हालत देख तू कैसे मुस्कुरा रहा था
मानो अपनी जीत का जश्न मना रहा था
मेरी मौत से पहले ही
मेरे लिए कफ़न सजा रहा था!
ऐ जमाने वालो अभी सबका हिसाब बाक़ी हैं
अभी आगाज़ बाक़ी हैं
अभी अंज़ाम भी बाक़ी है
मुठ्ठी भर आसमान भी बाक़ी हैं !
अभी तो पूरा जहान बाक़ी हैं।