जल है तो कल है
जल है तो कल है
जल है तो कल है
जल है तो कल है
वरना सब मरुथल है।
*जल से ही सांसें हैं
नदियों की कल कल है
जल से पंछी का कलरव है
वरना सब मरुथल है।
जल है तो कल है
जल है तो कल है
वरना सब मरुथल है।।
*जल से ही जीवन है
जल ही तो संबल है
जल से पेड़ों पर हरियाली,
वरना सब मरुथल है।
जल है तो कल है
जल है तो कल है
वरना सब मरुथल है।।
*जल से ही खुशियां हैं
खो रही जो प्रतिपल है।
जल को यूं बर्बाद न करना
वरना सब मरुथल है।
जल है तो कल है
जल है तो कल है
वरना सब मरुथल है।।
