जीवन
जीवन
एक दिन तो दुख आता है और एक दिन सुख भी आता है।
दुख के दिन तो कटते ही नहीं पर लगता है सुख आते ही चला जाता है।
जब मन खुद के बस में ना हो तो दुख सुख ही लगे रहते हैं।
मन की चाबी है दूसरों के पास।
लोग यूं ही खेलते रहते हैं।
मन कभी खुशी है तो है कभी उदास।
ना दुख ठहरता ना सुख ठहरता ना चांद ठहरता न सूरज ठहरता।
हम सब यात्री हैं और जीवन एक यात्रा प्यारे
इसमें ना समय ठहरता ना तू ठहरता।
ठहरती है तो सिर्फ यादें हैं उनका ही ख्याल कर ले तू।
औरों की याद कर ले सिर्फ अच्छाइयां
उनकी बुराइयों को माफ करता चल।
जीवन में शांति पा जाएगा तू
कोई कुछ भी करें तू तो बस अपने रास्ते पर आगे बढ़ता चल।
तेरा सफल यह जीवन हो जाएगा।
जीवन का खजाना तू पा जाएगा।
चला भी गया तू दुनिया से तो दुनिया के लिए तेरे सत्कर्मों का ही
जीवन के सफर में सुनने और गाने के लिए तराना हो जाएगा।