जीवन
जीवन
हम तो शायद ही खुद से खफा होंगे,
जन्म तो हमारा ही है ..
न जाने खुद से अधिक कब खुद को मिलेंगे,
मन तो हमारा ही है ..
इस दुनिया से बड़े वाकिफ नहीं हम होंगे,
जीना तो हमारा ही है ..
कर्तव्य से हम ना भागेंगे,
कर्म तो हमारा ही है ..
एक ना एक दीन सभी को जाना ही है इस दुनिया से ..
तब तक ये दुनिया भी हमारी ही है ...
जी लो जरा खुल के ऐ जवां दिल,
ये दिल भी खुद का ही हैं ... !!
