जीवन इसी तत्क्षण
जीवन इसी तत्क्षण
जो जी लिए वो ज़िन्दगी रही
जो पड़े काटनी, वो है सजा !
मिला है यहां जो भी जीवन,
लिए चलें भरपूर उसका मजा !
आज अभी बस यही एक पल,
जो है हमारा सुनहरा क्षण !
कल की चाह में क्यूं रहें हम,
जीए जीवन बस इसी तत्क्षण !
ऐसा होगा तो अच्छा होगा,
नहीं चाह धरें इसकी यहां हम !
यह अनमोल जीवन मिला है,
क्यूं व्यर्थ की चिंता पालें हम !
इस पल को बना लें क्यूँ ना अपना,
क्या पता रहें कल या ना रहें हम !
जीवन का क्या पता और ठिकाना,
इस पल में जीवन जीकर गुजरें हम!
पल-पल में जो यह गुजर रहा है ,
बढ़ते जा रहें हैं कदम दर कदम,
कुछ संतति की गति भी ऐसी ही है,
सतत चलने का तो नाम ही है जीवन!