जी लो अपनी ज़िन्दगी
जी लो अपनी ज़िन्दगी
दुनिया मे गम बहुत है
फिर भी मुस्कराते है लोग
अपनी हंसी के पीछे अपने गम छुपाते है लोग
ऐसे भी होते है की दुसरो के खुशी मे अपनी खुशी देखते है लोग
और कुछ दुसरो के गम में
खुशी चाहे छोटी हो या बड़ी हो
खुशियाँ बनानी चाहिए
यह ज़िन्दगी बड़ी दुःखदायी है
आज है कल नही
जी भर के जी ले
क्योंकि कल किसने देखा है
आज जो अपने थे वो हो जाते है पराए
और जो पराए थे वो हो जाते है अपने
वक़्त सबकी शकल दिखाता है
वक़्त किसी के लिए रुकता नही है
चलता ही जाता है
जी भर के जी लो
कल किसने देखा है
ऐसे जियो की दुनिया तुम्हे देख कर रस करे
खुल के जियो
जीना इसीका नाम है
क्या पता यह वक़्त मिले ना मिले
जी लो अपनी ज़िन्दगी
जी भर के अपने लिए
