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अर्चना तिवारी

Inspirational

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अर्चना तिवारी

Inspirational

झाँकी हिंदुस्तान की

झाँकी हिंदुस्तान की

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यह धरती कबीर तुलसी रसखान की 

आओ देखे झाँकी हिंदुस्तान की ।


हरी -भरी मनोरम पावन धरती 

अन्न की बाली लहर -लहर लहराती है 

शीतल बयार सावन की बहती  

कृषकों के श्रम के गीत सुनाती है ।


बहती गंगा -यमुना की निर्मल धारा 

खड़ा अडिग हिमालय जो प्रहरी राष्ट्र का 

दक्षिण में सागर चरण पखारता 

देखो सुंदर मनभावन दृश्य भारत का ।


गांधी सुभाष भगत वीर शिवाजी  

कितने वीरों ने है जन्म लिया 

कितनों ने मातृभूमि की रक्षार्थ 

अपने प्राणों का बलिदान दिया ।


राजपूताना का गौरव देखो

यह वीरों की रणभूमि है

अर्जुन का धनुष राणा का भाला देखो 

यह भूमि कृष्ण के प्रेम की ।


वेद पुराण गीता का ज्ञान 

पाते शिष्य जहाँ गुरु से दीक्षा 

पढ़ते बाइबिल और कुरान 

जिससे मिलती धर्म की शिक्षा ।


बेटी जहाँ लक्ष्मीबाई सी मर्दानी 

वीरों की ही नहीं यह धरती वीरांगनाओं की 

जन्मी इस पर पन्नधाय सी त्यागी 

यह धरती दुर्गा सीता सावित्री की ।


ईद दिवाली की जगमगाती रोशनी 

सौहार्द बिखेरते होली के रंग

खेले जीवन के हर खेल निराले 

सब जाति धर्म मिलकर एक संग ।


बोली जाती विविध भाषा और बोली 

बिभिन्न वेषभूषा और परिधान 

कला संस्कृति से पहचान मिली 

सबके सहयोग से भारत बना महान ।


भारत के कण -कण में प्रेम की धार बहे 

आओ गाथा गाएँ इस माटी की 

चहूँ दिशा में मधुर रसधार बहे 

आओ देखे झाँकी हिंदुस्तान की l


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