aayushi narayan
Romance
हर सुबह मेरे इश्क में इज़ाफ़ा करती है
कुछ इस तरह तेरी यादें
मेरी रातों को मुक्कमल करती है।
इश्क में इज़ा...
इश्क में इजा़...
इश्क में इज़ा...
"बादल बरसे प्यार फिर भी तरसेगीला वन-उपवनपर सुखा है तन-मन " "बादल बरसे प्यार फिर भी तरसेगीला वन-उपवनपर सुखा है तन-मन "
महकाता रहेगा मेरे ज़हन को ....अरसे तक……मैं इरादतन ही छोड़ आई थी.....उन गुलाबो को वहाँ..... महकाता रहेगा मेरे ज़हन को ....अरसे तक……मैं इरादतन ही छोड़ आई थी.....उन गुलाबो को ...
जब क़यामत आयगी एक दिन यहांजिस्म ये तेरा फना हो जायेगा जब क़यामत आयगी एक दिन यहांजिस्म ये तेरा फना हो जायेगा
अपने भीतर के जुनून का हुक्म मुहोब्बत भरे अल्फाज़ से सुना सको हमको तो खुद तामीर बनके पेश आ सकता हूँ मै... अपने भीतर के जुनून का हुक्म मुहोब्बत भरे अल्फाज़ से सुना सको हमको तो खुद तामीर बन...
अक्सर हम जब तन्हा होते हैं तो हर बार हम अकेले नहीं होते, कोई और भी साथ होता है। इस दिल में किसी की य... अक्सर हम जब तन्हा होते हैं तो हर बार हम अकेले नहीं होते, कोई और भी साथ होता है। ...
बूँदों की प्रतीक्षा का अंतिम दिन नखलिस्तान सा लगे है बूँदों की प्रतीक्षा का अंतिम दिन नखलिस्तान सा लगे है
जब दिल प्यार से भरा हो तो ....ज़िन्दगी ख़ुदा की दी हुई दुआ सी लगती है जब दिल प्यार से भरा हो तो ....ज़िन्दगी ख़ुदा की दी हुई दुआ सी लगती है
वो नज़र को भा गए , ख़्वाबों में बस गए, पर मिलना फिर भी न हो सका वो नज़र को भा गए , ख़्वाबों में बस गए, पर मिलना फिर भी न हो सका
अब के मॉनसून में...धुल जाने दो वो सारे गिले वो सारे शिकवे... अब के मॉनसून में...धुल जाने दो वो सारे गिले वो सारे शिकवे...
मेरी आँखों में मुहब्बत के मंज़र है (शायरी) मेरी आँखों में मुहब्बत के मंज़र है (शायरी)
क्या कहते हो आराम हराम है! क्या कहते हो आराम हराम है!
मेरे मन ने चाहा तुम्हे प्यार करना जाने मेरे लफ़्ज़ मेरा साथ क्यों ना दे पाए,या तो एक शर्म जो मुझे तुझ ... मेरे मन ने चाहा तुम्हे प्यार करना जाने मेरे लफ़्ज़ मेरा साथ क्यों ना दे पाए,या तो ...
पूरा दिन घर से बाहर बिताने के शाम को घर लौटने पर एक मुस्कान की चाहत में... पूरा दिन घर से बाहर बिताने के शाम को घर लौटने पर एक मुस्कान की चाहत में...
ओढ़ लूं एक कशिश फिर तेरे नाम की तेरी पलको में खुद को उतारूँ ज़रा ... तेरे कदमो में रख कर कदम अपने एक प... ओढ़ लूं एक कशिश फिर तेरे नाम की तेरी पलको में खुद को उतारूँ ज़रा ... तेरे कदमो में...
गलत फहमी के शिकार दो दिल गलत फहमी के शिकार दो दिल
जब वो पास होती है तो आईना में खुद को देखना अच्छा लगता है जब वो पास होती है तो आईना में खुद को देखना अच्छा लगता है
बारिश की बूंदों से सजी वो गेसुएँ तेरीदीवाना हमको कर गयी दीवानी बारिशें। बारिश की बूंदों से सजी वो गेसुएँ तेरीदीवाना हमको कर गयी दीवानी बारिशें।
मेरी कविताएं अमूमन मेरे विचार होते हैं, जो दिल से हाेते हुए कलम के रास्ते सीधे कागज पर उतर आते हैं। मेरी कविताएं अमूमन मेरे विचार होते हैं, जो दिल से हाेते हुए कलम के रास्ते सीधे क...
हम नदी के दो किनारों की तरह हैं हम नदी के दो किनारों की तरह हैं
खुद को संभालते संभालते,हम वक़्त में फिसलते रहे! खुद को संभालते संभालते,हम वक़्त में फिसलते रहे!