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Praveen Gola

Inspirational

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Praveen Gola

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इस बार की होली

इस बार की होली

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इस बार की होली होगी सबसे निराली ,

जिसमे नफरत और हिंसा से मिलेगी आज़ादी ,

जहाँ रँग प्यार का एक - दूसरे को लगेगा ,

हर धर्म का एक फूल खिलेगा।


बुझा डालेंगे सब मिलके वो मशालें ,

जो नफरत की आग को देती हवाले ,

भर पिचकारी फिर एक फुहार गिरेगी ,

जिसमे सबकी होली रंगीन बनेगी।


सब धर्मों के रँग से ये फाल्गुन सजेगा ,

अब होली में किसी का ना दिल जलेगा ,

पकवानों से करेंगे सबके दिलों को मीठा ,

चेहरों पर दिखेगा एक सुकून का झरोखा


होली का त्योहार खुशियाँ है लाता ,

रँगों में रँग के नए गीत सुनाता ,

नफरत के धुएँ को यहाँ ना जगह मिलेगी ,

इस बार की होली में नफरत जलेगी



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