इन्सान के गुण से उसकी पहचान
इन्सान के गुण से उसकी पहचान
कोई कहता कमज़ोर,
तो कोई कहता वाह।
कोई कहता कुछ न बोलो,
तो कोई दिल खोल कर कहो।
क्या मैं कोई कटपुथली हूं जिसे जो चाहे नचाएगा?
या फिर कोई खिलौना जो कुछ न कर सकेगा।
क्या मेरा कोई सवाल नही?
या फिर सवालों का नहीं है कोई जवाब?
अगर नहीं तो क्यों बोलते हो तुम्हारी राय दो इस पर,
या फिर अपनी सोच सब में कहो!
मेरा कोई हक नहीं कुछ कहने के लिए,
या मैं समाज में एक खिलौना हूं?
सवाल अनेक जवाब नहीं,
इसलिए जहां अच्छा वहीं जाओ कोई सवाल नहीं।
