इंसान बनो
इंसान बनो
इंसान बनो।
पशुओं का भी मान करो
करते तुमसे वे भी प्यार
तुम भी उनसे प्यार करो
है ईमानदार तुम्हारे प्रति
तुम भी उनके प्रति
ईमानदार बनो
है वे बेजुबाँ
इस संसार में
मगर समझते खूब
दूसरों का दर्द
तुम भी समझो उनका दर्द
शैतान नहीं इंसान बनो
इंसान बनो।।
आततायी, अनाचारी का
मार्ग छोड़ो
रावण नहीं राम बनो
राम जैसे दयालु बनो
रावण जैसा महाबली
कहाँ इस संसार में
टिक पाया है
जग में एक ही
नाम है गूँजता
राम नाम का
जप ही होता
इंसान बनो।।
सबके दिलों में राज करो
जग में अपना नाम करो
अहंकारी नहीं ज्ञानी बनो
अहंकारी बन जग में
कहाँ तुम सुख पाओगे
ज्ञान के तेज से
इस संसार को
जीत पाओगे
सम्मान के बदले
सम्मान नहीं
महा सम्मान पाओगे
भक्षक नहीं रक्षक बनो
विश्व में पूजे जाओगे
देवी नहीं तो वस्तु न समझो
प्रेम का स्रोत्र ही
नारी को समझो
कभी वंचित प्रेम से तुम
नहीं रह पाओगे
अपनी हैवानियत को रोको
महान तुम कह लाओगे
इंसान बनो।।
जग में ऊँचा नाम करो।
