STORYMIRROR

Ervivek kumar Maurya

Abstract

3  

Ervivek kumar Maurya

Abstract

होली खेलो

होली खेलो

1 min
207


भीगा भीगा तन है

भीगा भीगा मन है

होली का ये दिन है

होली खेलो ,होली खेलो

खुद को है रंगा

सबको है रंगा

लिया है प्यारा पंगा-२

होली खेलो ,होली खेलो

होली का ये दिन है

पकवानों की खुशबू 

रंगों की खुशबू

बहारों में है छाई

होली की सबको है बधाई

होली खेलो,होली खेलो

होली का ये दिन है

लाल,पीला ,नीला,गुलाबी

गुलाल होता है रंगीला

आसमां भी हो गया है रंगीला

मद्दम सी हवा भी बोले होली आई

होली खेलो,होली खेलो

होली का ये दिन है



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract