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Anand Kumar

Romance

5.0  

Anand Kumar

Romance

हमसे तुम कहना

हमसे तुम कहना

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बात जो भी हो दिल में,

हमसे तुम कहना 


खुशी हो कोई, या

कुछ ग़म हो

चाहे जैसी भी हो बात,

हमसे तुम कहना 


सताए अगर कोई पीड़,

या कभी तुम्हारा

मन हो रहा हो अधीर,

हमसे तुम कहना


कोई स्वप्न नेत्रों में हो,

या कोई इच्छा अधूरी 

हो दिल में तुम्हारे,

हमसे तुम कहना 


कोई राज़ हो बाँटना,

किसी को, कभी अपना

हमराज़ हो बनाना,

हमसे तुम कहना


हम तो कब से

बस तुम्हारे ही हैं,

कभी तुम भी 

हमारे बन के रहना,


बात जो भी हो दिल में,

हमसे तुम कहना


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