हम सब -बड़े ही खास
हम सब -बड़े ही खास
नियत है सब ब्रह्माण्ड में,जो इत वृद्धि तो उत ह्रास,
यदि विशेष खो गया है, तो मिलेगा भी कुछ खास।
जो मिले बहुत हर्षो नहीं,जब खोए मत हो उदास,
प्रभु -अपने और अपनों पर,सदा रखिए दृढ़ विश्वास।
नेक बनेंगे जो हम सभी को,सब ही मिलेंगे हमको नेक,
समयानुसार निर्णय लीजिए,करते उपयोग निजी विवेक।
स्थिर जग में कुछ भी नहीं,हर क्षण होता रहता है बदलाव,
सर्वहित में कृपा कर लीजिए बदल,फौरन अपना आप स्वभाव।
खुश रहिए हर हाल में, आप बनिए मत परिस्थितियों के दास,
विशेष प्रयोजन हेतु अवतरण तव, संदेशवाहक प्रभु के हो खास।