हिंदुस्तान की गाथा
हिंदुस्तान की गाथा
क्या कहूँ मैं वीर गाथा
भारत के वीर सपूतों की
जान की परवाह उन्हें नही बस
मातृभूमि की चिंता थी।।
अशोक, कनिष्क की बात करूँ क्या
वंदना करता, सब संग्राम विजेता की
घोडे़, चेतक जैसे महान थे, जिनके
हस्ती, सांगा, राणा ऐसी थी।।
सत्ता हिला दी मुगलों की जिसने
शिवाजी की गाथा ऐसी थी
गाँधी, नेहरू, सुभाष थे न्यारे
आत्मा, देश की जिनमें बसती थी।।
समाज सुधारक महान थे ऐसे
फूले, भीम संग राजाजी
समानता लायें भारत देश में
सोच जिनकी एकता की।।
जय हिंद जय भारत।