हिन्दी कविता- राम लीला
हिन्दी कविता- राम लीला
जलाना बुराई जलाओ पुतला रावण जलाने से क्या फायदा ।
मन रावण को मारो नकली रावण जलाने से क्या फायदा ।
रहे सलामत सम्मान साहित हर घर की बहू बेटियाँ देश मे ।
बन जाये सभी मर्यादा श्रीराम कानून बनाने से क्या फायदा ।
जलाओ धु धु भ्र्स्टाचार अत्याचार पापाचार युग बदलना है ।
ज्ञान विज्ञान पोथी पतरा केवल पढ़ने रटाने से क्या फायदा
। लोभ लालच वासना काम क्रोध कपट के वस सभी है यहा ।
बुराइया खुद ही मिटाओ दोष गैरो गिनाने से क्या फायदा ।
एक रावण राम ने मारा लाखो रावण पैदा हुये सब तरफ ।
सब बन जाओ राम अब रामलीला दिखाने से क्या फायदा ।
जिनको समझते है दानव उनको मानव बनाए हम सभी ।
दिल अपने बसालों राम अब रावण जलाने से क्या फायदा ।
