हिंदी हमारा मान
हिंदी हमारा मान
कब तक यूं जूझेगी हिंदी
राष्ट्रभाषा के मान को,
सहती अपने अस्तित्व के लिए
अपनों के अपमान को।
हिंदी है संस्कृति, सभ्यता
हिंदी ही विरासत भारत की,
जग में बांटा है हिंदी ने
भारत के आदिम ज्ञान को
आओ मिलकर संकल्प करें
एक सूत्र में बांधे भारत को
है संभव जब हों एकजुट
हम हिंदी के सम्मान को।