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Preeti Sharma "ASEEM"

Romance

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Preeti Sharma "ASEEM"

Romance

हे ! आनंदस्वरूप आनंद

हे ! आनंदस्वरूप आनंद

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हे ! आनंदस्वरूप आनंद 

मैं तेरा होना चाहता हूँ

जीवन की इस माया से,

सच-झूठ के घने सायों से,


परे, मैं होना चाहता हूँ

हे ! आनंदस्वरूप आनंद 

मैं तेरा होना चाहता हूँ

जीवन की इस,

भागम- भाग के असल अर्थ,

 पहचान गया हूँ


इस दौड़ से, अब परे

मैं तुम में स्थिर होना चाहता हूँ

हे !आनंदस्वरूप आनंद 

मैं तेरा होना चाहता हूँ

क्या ?

मिला मुझे

मैंने क्या पाया

पा कर भी क्या है ?

साथ मेरे !

हर भटकाव से ?

आज़ाद होना चाहता हूँ

  

मैं तेरा हूँ

मैं तेरा ही, हो जाना चाहता हूँ।


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