हैवान और शैतान
हैवान और शैतान
दोस्तों घनघोर कलयुग इस वक़्त आ गया है,
प्यार में इंसान हैवान और शैतान बन गया है।
वासनाओं का पूरी तरह से ग़ुलाम बन गया है,
हवस का पुजारी बनके हैवानियत कर रहा है।
सचमुच अब प्यार सिर्फ़ बेवफ़ाई ना करता है,
बल्कि वासना पूरी करके कातिल बन गया है।
प्यार रब जी का ही दूसरा रूप माना जाता है,
प्यार की इबादत और सजदा हमेशा करना है।
प्यार अब बेवफ़ाई करने तक सीमित तो न है,
सिर्फ़ वासना पूरी करने के लिए अब करते हैं।
अब तो रात को किस मोड़ पर हैवान मिलेगा,
नारी जाति को अब दिमाग़ से काम करना है।
