गणतंत्र भाव कर्तव्य बोध
गणतंत्र भाव कर्तव्य बोध
स्वतंत्रता भीख नहीं अधिकार गणतंत्र शब्द नहीं जिम्मेदारी भाव।। स्वतंत्रता भीख नही अधिकार हमारा है भीख लाचारी वेबस बीमारी शर्म सार ।।
अधिकार सक्षम संकल्प ध्येय ध्यान न्याय नीति नियत दायित्व कर्तव्य बोध सार।।
स्वतंत्रता अक्षय अक़्क्षुण शक्ति पुरुषार्थ पराक्रम न्यारा स्वतंत्रता का संबंध खून माँ भारती आँचल दामन से प्यार।।
जन्म जीवन उद्देश्य पथ पथिक स्वतंत्रता स्व अस्तित्व अवनि आकाश त्याग बलिदान।।
इच्छा और परीक्षा परमार्थ साध्य साधना स्वतंत्र राष्ट्र समाजअंतर्मन का नाद एक ध्वज एक भाषा एक राष्ट्र संविधान।।
किसान मजदूर व्यपारी उद्योग बन्धु बचपन किशोर युवा बृद्ध मन सम्म्मत सहमत सनमत गणतंत्र स्वतंत्रता प्रण प्राण।।
स्वतंत्रता बलि बेदी पर नित्य निरंतर नए आयाम अध्याय विकास उत्कर्ष आहुति संकल्पसाक्ष।।
सक्षम सबल दूरदृष्टि मजबूत इरादों का धन्य राष्ट्र हमारा भारत अतीत इतिहास गौरव गरिमा महिमा धरोहर प्रेरक प्रेरणा।।
महात्मा आत्मा चेतन
आवाज नेता का शंखनाद सरदार पटेल नीति रीति लोक मान्य का अन्दाज ।।
शिवा जय भवानी जगदम्ब महाराणा प्रखर प्रताप चन्द्रेशेखर राजगुरु भगत सिंह राजेन्द्र लाहिड़ी हेमू कलानी लाला लाजपत राय।।
स्वतंत्रता संग्राम में आहुति के जाने अनजाने कितने नाम स्वतंत्रता का मतलब महत्व उद्देश्य कि जिम्मेदारी जज्बे कि स्वतनता गणतंत्र राष्ट्र ।।
अभिमान पल प्रहर संध्या और प्रभात रानी लक्षी बाई वीरांगना झलकारी कि पीढ़ी नारी शक्ति वर्तमान ।।
नारी गरिमा गौरव का गणतंत्र स्वतंत्र राष्ट्र भारत अभिलाषा अरमान।।
परतंत्रता सिर्फ स्वतंत्रता संग्राम स्वतंत्रता कर्तव्यों का भार दुख पीड़ा भय आक्रोश रहित राष्ट्र समाज निर्माण।।
विकास स्वतंत्रता गणतांत्रिक कंधों का जिम्मेदार स्वस्थ शिक्षित समाज निर्भय निर्विकार कल्याण कारी राज्य ।।
धर्म जाती मतभेद नही मानव मानवता महान नारी शक्ति निर्भय विकास कि साझी दार
आसमान में लहराते विश्व विजयी तिरंगा स्वतंत्रत गणतंत्र राष्ट्र स्वाभिमान।।
पूरब से पश्चिम उत्तर से दक्षिण अवनि आसमान दसो दिशाएं ऋतुएं मौसम पवन प्रकृति स्वछंद स्वतंत्रता गणतंत्र राष्ट्र प्रमाणअभिनन्दन वंदन प्रणाम।।
नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश।।