घर बनाने में
घर बनाने में
मकान को घर बनाने में
अपनी उम्मीदों
अपेक्षाओ का त्याग
करना पड़ता है
कुछ बातों को
बर्दाश्त करने होता है
कुछ बातों को
नजरअंदाज करना होता है
हर दफा अपने लिये
नहीं कभी कभो
अपनो के लिये भी
सोचना पड़ता है
तब जाकर घर
बनता है
ये किसी एक
सदस्य के बस की बात नहीं
सभी सदस्यों की
बराबर बराबर जिम्मेदारी है
घर बनाने की।