एलबम
एलबम
किसी ने कहा था, सठिया गई है
किसी ने कहा था, सटक गई है
किसी ने कहा, बुढ़िया मस्ता गई है
और एक ने तो ये भी कहा
कि कुछ दिन बाक़ी हैं, भजन करो अम्मा।
क्यों, सिर्फ़ संगीत सीखना चाहा था मैंने।
पर फिर मैं सटक गई
भजन पर ही अटक गई
हाँ, संगीत सीखा मैंने,
और आज मेरे नाम हैं दो एलबम
भजनों के एलबम
आज इन्टरव्यू होते हैं मेरे
मेरे हौसले की बातें होती हैं
मुझे आदर्श बताते हैं सब
पर मैं ख़ुश नहीं हूं
मैं तब ख़ुश होऊँगी
जब मेरी तरह कोई लड़कर नहीं
बल्कि समाज की प्रेरणा से
कोई बुज़ुर्ग लाएगा अपनी "एलबम"
