STORYMIRROR

SNEHA NALAWADE

Abstract

3  

SNEHA NALAWADE

Abstract

एक पल

एक पल

1 min
262

क्या कभी आपने किसी अनजान इंसान

के साथ पूरा दिन बिताया है ?

क्या कभी अनजाने में ऐसा हुआ है ?


जिंदगी के इस सफर में

हालात से मजबूर कभी हुआ है ?

क्या कभी किसी अनजान को देखकर कुछ लगा है ?

शायद लड़कों को ऐसा जरूर लगा होगा

एक पल मे बहुत कुछ बदल सकता है

हालात बदलते देर नहीं लगती

जब उनहे जाने अनजाने में ऐसा अवसर मिला होगा


कहते हैं कि सब के नसीब में नहीं होता

पर क्या पता किसी की किस्मत खुल जाए

उसे वही पर हमसफर मिल जाए

ऐसा हो सकता है


पर एक दिन की वजह से जिंदगी भी खराब हो सकती है

जमाना बहुत खराब है कुछ कहा नहीं जा सकता

लड़के भी सावधान रहे और लड़कियाँ तो जरूर रहे।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract