एक लेखक का सपना
एक लेखक का सपना
मैं एक शो स्टार्ट करना चाहता हूं।
जिसमें सिर्फ और सिर्फ लेखक और
कवियों की महफ़िल हो।
और उस महफ़िल का हर पल
किसी न किसी तरह भावनात्मक
रचनाओं का जुड़ाव जो सिर्फ
एक दूसरे को जोड़े रखता हो।
बस एक महफ़िल हो,
जिसके मंच पर हर कवि हो।
जिसकी तार्किक क्षमता और
साफ सुथरी छवि हो।।
कविताएं और लेख उनकी मर्यादा हो
और हर एक शब्द का एक अनोखा
और अभिभूत करने देने वाला
कटाक्ष शब्दों में पिरोया एक माला
का गुच्छा हो जिसे पढ़ तो हर
कोई सकता हो।
लेकिन समझ केवल वही सकता है
जिसकी तार्किक क्षमता अनोखी है।
जिसमें वो लिखने की प्रेरणा हो जो
समाज को नया आयाम दे।
जिसमें वो लिखने की हिम्मत हो
जो खुद को क्षीण कर दे।
जिसमें वो लिखने की कोशिश हो
जो खुद को बिखेर दे।
जिसमें वो लिखने की पहचान हो
जो समाज को पहचान दे।
जिसमें वो लिखने की आदत हो जो ,
समाज की आदत बने।
जिसमें वो लिखने की इच्छा हो
जिसे वो खुद नकार रहा हो।
जिसमें वो लिखने की परंपरा हो
जिसे समाज कुरीतियां त्यागने की राह हो।
जिसमें वो लिखने की तार्किक क्षमता हो
जो समाज को नया आयाम स्थापित
करने के लिए प्रेरणा देता हो।।
मैं तो एक लेखक बनकर सिर्फ
ये ही सपना देख सकता हूं।।
बाकी सब आपकी और हमारी
लेखनी एक अच्छा विचार है
जो हमें जोड़े रखता है।।