एक लड़की
एक लड़की
लड़की का बाप होकर में निहाल हो गया
तो मेरी हद आसमाँ से भी विशाल हो गया
उसके अरमानों को एक आयाम दे रहा हूं
उसके सपनो को एक नया मुकाम दे रहा हूं
कि फर्ज न मेरा कभी धिक्कारे जीवन में
एक संकल्प ले चल रहा हूँ अपने मन में
उसके ख्वाब के पर को मैं नया आसमान दे रहा हूं
उसके सपनो को एक नया मुकाम दे रहा हूं
रूढ़ियाँ तोड़ना है, उनके दुनियां के खातिर
युगों से युग बीत गया, कबतक सहेंगी आखिर
हक है उनकी उसे हक उसकी तमाम दे रहा हूं
उसके सपनों को एक नया मुकाम दे रहा हूं
उसके सपनों को एक नया मुकाम दे रहा हूं।
