ए दिल मेरे
ए दिल मेरे
दिल! मेरे यू ना हो हैरान-परेशान,
नहीं अकेले हो तुम इस जहां में,
मेरी सांसे है साथ तेरे हर प्रभा में
छोड़ा है तुमको किसी ने जो इस पथरीली राह में,
वह अज्ञानी इश्क - ए- एहसास ना जाने,
रब की इबादत इसमें, मंदिर की घंटी का रस इसमें,
अकेला फिर कहां दिल तू मेरा, एहसासों से लबालब है दिल मेरा तू।।
