दरबदर भटकते रहे है
दरबदर भटकते रहे है
दरबदर भटकते रहे हैं
कहीं ना कहीं हम
अटकते रहें हैं।
पैरों की शाखा टहनियों
पर जैसे लटकते रहे हैं
भटकते रहे हैं असफल
भी हुए हैं सफल भी हुए हैं
पहले हम भी "हार्दिक"
दरबदर भटकते रहे हैं!
