Nurjahan Shaikh
Inspirational
आलस्य भरी दोपहर,
सच मे बहुत ही सुंदर।
झपकी लगाकर आंखों को,
राहत मिले थकावट से मन को।
मेरी ख्वाहिश
कोरोना और आपक...
वक्त
मेरा दिल...
प्यार एक ऐसा ...
जिंदगी की राह...
लफ्ज़
कल
दोपहर
शब्द
दुनिया का निर्माण विविध रुपों में, विविध मनुष्य, देव और जीवों से होता है. दुनिया का निर्माण विविध रुपों में, विविध मनुष्य, देव और जीवों से होता है.
रूक सकता है युद्ध रूक सकता है युद्ध
यह रंगमंच है फेसबुक , सब अभिनय इसमें करते हैं ! यह रंगमंच है फेसबुक , सब अभिनय इसमें करते हैं !
एकाग्रता में महत्वपूर्ण बिंदु है शुरुआत में एक छोटे से घेरे में। एकाग्रता में महत्वपूर्ण बिंदु है शुरुआत में एक छोटे से घेरे में।
लक्ष्मी चल कर घर है आई मिलकर उसका सत्कार करो लक्ष्मी चल कर घर है आई मिलकर उसका सत्कार करो
चल रहे हैं रास्ते मुसाफिर भी जा रहे कुछ बिछ़ुड़ रहे तो कुछ मिल रहे !! चल रहे हैं रास्ते मुसाफिर भी जा रहे कुछ बिछ़ुड़ रहे तो कुछ मिल रहे !!
प्रकृति कर रही हमसे गुहार, न छेड़ो तुम हमें यूँ बार बार। प्रकृति कर रही हमसे गुहार, न छेड़ो तुम हमें यूँ बार बार।
बस तस्वीरें ही तुम्हारी दिखती हैं तुम तो किसी और कामों में व्यस्त रहते हो बस तस्वीरें ही तुम्हारी दिखती हैं तुम तो किसी और कामों में व्यस्त र...
हे पुलवामा के शांति दूत, हे भारत मां के सच्चे सपूत। हे पुलवामा के शांति दूत, हे भारत मां के सच्चे सपूत।
डूबती नैया बीच भंवर में, कृपा कर इसको पार उतारो। डूबती नैया बीच भंवर में, कृपा कर इसको पार उतारो।
बुंदेल की वीर भूमि महोबा में जन्मी एक बाला। बुंदेल की वीर भूमि महोबा में जन्मी एक बाला।
मित्र बनने की ललक है, सब फौज बनाना चाहते हैं !! मित्र बनने की ललक है, सब फौज बनाना चाहते हैं !!
वो ही लोग बनाते हैं,दुनिया में इतिहास जो वक्त से पहले हो जाते हैं,जिम्मेदार। वो ही लोग बनाते हैं,दुनिया में इतिहास जो वक्त से पहले हो जाते हैं,जिम्मेदार।
वक्त ने कुछ ऐसा चक्कर चलाया जिसे देखकर मैं हैरान हो गया हूँ। वक्त ने कुछ ऐसा चक्कर चलाया जिसे देखकर मैं हैरान हो गया हूँ।
बड़े अभागे हैं वो लोग जिन्होनें बेटियों को बेटों से कम आँका है । बड़े अभागे हैं वो लोग जिन्होनें बेटियों को बेटों से कम आँका है ।
मानव जीवन में जिसने, प्रेम भाव को मिटने नहीं दिया। मानो उसने अपने जीते जी, स्वर्ग मानव जीवन में जिसने, प्रेम भाव को मिटने नहीं दिया। मानो उसने अपने जीते जी...
पर मुझे कमज़ोर और नाज़ुक कभी भूले भी समझो ना। पर मुझे कमज़ोर और नाज़ुक कभी भूले भी समझो ना।
आ के कुछ इस तरह मुझसे मिल जा गले, कि मुझ में तू मिल सके, तुझमें घुल जाऊँ मैं. आ के कुछ इस तरह मुझसे मिल जा गले, कि मुझ में तू मिल सके, तुझमें घुल जाऊँ मैं.
कभी बीत रहे थे दिन यूँ ही हँसते -गाते, कुछ अपना -कुछ सबका दिल बहलाते। कभी बीत रहे थे दिन यूँ ही हँसते -गाते, कुछ अपना -कुछ सबका दिल बहलाते।
हमें इन सब को सहना होगा हमें कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। हमें इन सब को सहना होगा हमें कदम से कदम मिलाकर चलना होगा।