दिल की किताब
दिल की किताब
1 min
590
दिल की किताब में गुलाब उनका था,
जिस पे नाम भी केवल उनका ही था।
वो मेरा माहताब चौदहवीं का चाँद था,
मेरे लिए ऑक्सीजन का वेंटिलेटर था।
धड़कनों में दिल कैद केवल उनका था,
दिलों का आदान-प्रदान मिल किया था।
सारे जहाँ में सबसे ज़्यादा प्यारा हमें था,
वो कोई और नहीं चाँद का मुखड़ा तो था।
वो हमको ज़िन्दगी से भी ज़्यादा प्यारा था,
बिना उनके मरना मज़ूर जीना गंवारा न था।