दिल के इन टूटे टुकङों पर, अब भी राज तुम्हारा है
दिल के इन टूटे टुकङों पर, अब भी राज तुम्हारा है
मिटा कर हाथ की रेखा, मेरी तक़दीर बन जाओ
सिरहाने मैं तुम्हें रख लूँ, कोई तस्वीर बन जाओ
सदियों से मेरे दिल ने, सनम इक ख़्वाब देखा है
गुज़ारिश है मेरे उस ख़्वाब की ताबीर बन जाओ
मेरे होठों और हाथों में, ये सुर और साज तुम्हारा है
सूने से मेरे जीवन का हर कल और आज तुम्हारा है
बात बहुत छोटी है दिलबर काश तुम्हे समझा पाता
दिल के इन टूटे टुकड़ों पर, अब भी राज़ तुम्हारा है

