दीप
दीप
दीप जलाएं उम्मीदों के,
नए उमंग और उत्साह के
दीप जलाएं सद्भावना के
ख़ुशियों की उदारता के
दीप जलाएं उमंग के
उस जहाँ में जहाँ रैन
बसेरा हो दीप जलाएं
सादगी के
उस जहाँ कभी न अँधेरा
हो
दीप जलाएं अपने विचार में
जहां सभी के प्रति सम्मान रहे
दीप जलाये अपने हृदय में
जहाँ सभी का गुणगान रहे