दादी मां
दादी मां
जिन्दगी में ऐसा क्यों होता है ।
आखिर में दिल अपनो के लिए रोता है ।।
आप ने हर मुसीबतों में थामा हमारा हाथ ।
आखिर म क्यों छोड़ दिया हम सबका साथ ।।
आपकी एक आवाज सुनने को तरसते है ।
आंखों से आंसू मोती बनकर बरसते है ।।
आपकी याद में हम रोते है ।
रात को चैन से कहां सोते है ।।
रोज तस्वीर में देखते है आप का चेहरा ।
घर में छा गया चारों ओर अंधेरा ।।
मैं तुझ में देखती थी अपना जहां ।
I Miss you दादी मां ।।
