दादी के डिब्बे
दादी के डिब्बे
गौलू
की नजरों में
दादी के डिब्बे,
भरे हैं जिनमें
काजू- मुनक्के।
सोचे वो मन में
दादी जो सोये तो
उड़ाऊं मैं जम के।
गौलू
की नजरों में
दादी के डिब्बे,
भरे हैं जिनमें
काजू- मुनक्के।
सोचे वो मन में
दादी जो सोये तो
उड़ाऊं मैं जम के।