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my writing world

Action Classics

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चूहा निकला बिल से

चूहा निकला बिल से

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चूहा निकला बिल से

 कुटुर कुटुर करता ही रहता


 कभी भागे इधर कभी इधर 

 कपड़ो की खैर नहीं रहती 

  

बस हरपल भागे 

चूहा निकला बिल से।


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