STORYMIRROR

my writing world

Action Classics

3  

my writing world

Action Classics

चूहा निकला बिल से

चूहा निकला बिल से

1 min
243

चूहा निकला बिल से

 कुटुर कुटुर करता ही रहता


 कभी भागे इधर कभी इधर 

 कपड़ो की खैर नहीं रहती 

  

बस हरपल भागे 

चूहा निकला बिल से।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action