चिंता भगाओ
चिंता भगाओ
क्यों हाट बीट को,
बढ़ाते कमाते।
काबू में रहो तुम,
क्यों मौत बुलाते।।
पैसा न काम आए,
क्यों घूंस कमाते।
काम आएगा वही,
जो भला कराते।।
क्यों हाट...
चलो सीधी राह पे,
मानो धर्म के नाते।
यहां कोई ना रहा,
रहे आते वो जाते।।
क्यों हाट..
कर्म करना नहीं,
जो मन को लुभाते।
कर्म करना वही,
सद राह दिखाते।।
क्यों हाट...
जो बोके आए तुम,
यहां वो ही ही पाते।
क्यों अधीर होते तुम,
क्यों दोष लगाते।।
क्यों हाट...