चाँद सा इश्क
चाँद सा इश्क
आ लिख दूँ इबादत तेरे इश्क की
तु मुस्कुराये और दिल दिलबाग हो जाए
तुझसे बाते करूं और यह रात खामोश हो जाए
चाँद ठहरा रहे और यह रात एक मिठास बन जाए
लाख कोशिश करूं यह कलम कहीं ठहर जाए
पर तेरी यादों के समुद्र मे यह सैलाब उठता ही जाए.

