बुद्धम शरणम गच्छामि
बुद्धम शरणम गच्छामि
बुद्धि सुमार्ग दिखलाती हैं
शिक्षा ज्ञान दीप जलाती हैं
व्यवहार कर्म करवाता हैं
संस्कार आगे ले जाता हैं
ये चारों जीवन के है आधार
बनाते बिगाड़ते आचार विचार।।
सुमार्गों पर चलकर जीवन
ज्ञान की राह बनाता हैं
कर्मों की गठरी को लादकर
संस्कार पूर्ण बन जाता हैं।।
धर्म-अधर्म, ज्ञान -अज्ञान
मिलकर बनाते कला- विज्ञान
इन सभी से मिलकर ही आता
सम्पूर्ण जीवन में संज्ञान।।
मन ,कर्म, वचन से पवित्र रहना
सत्यता पूर्ण जीवन को जीना
सत्य-असत्य ,हिंसा-अहिंसा
और अपने सुख दुःख पहचाने
करनी हो गर मोक्ष की प्राप्ति
तो बुद्ध के जीवन को जानें।।
